कांचनार गुग्गुल के गुण, फायदे, उपयोग एवं दुष्प्रभाव patanjali kanchnar guggul Uses, Benefits and Side Effects

नमस्कार दोस्तों आज हम कांचनार गुग्गुल के बारे में विस्तार से बात करेंगे । कांचनार गुग्गुल एक आयुर्वेदिक और हर्बल दवाई है ।

यह दवा गोलियों यानी टेबलेट के रूप में बाजार में उपलब्ध है । कांचनार गुग्गुल दवाई का उपयोग अनेक रोगों में किया जाता है तथा यह दवाई बैद्यनाथ, पतंजलि एवं अन्य फेमस ब्रांड द्वारा बनाई जाती है ।

नीचे हमने सभी ब्रांड की प्राइस कंपैरिजन दिए हैं । आप ऑनलाइन भी नीचे दिए गए लिंक से इस दवाई को खरीद सकते हैं । आइए विस्तार से बात करते हैं कांचनार गुग्गुल के बारे में ।


कांचनार गुग्गुल के घटक द्रव्य Patanjali Kanchnar Guggul Ingredients

कांचनार गुग्गुल में निम्नलिखित घटक द्रव्य पाए जाते हैं ।

गुग्गुल
कांचनार
मधुका
वरुण
इलायची
तेजपत्ता
त्रिकटु
एवं त्रिफला

कांचनार गुग्गुल के गुण एवं उपयोग Patanjali Kanchnar Guggul Ingredients Uses

आइए दोस्तों अब कांचनार गुग्गुल के गुण एवं इसके उपयोग के बारे में बात करते हैं । कंचनार गुग्गुल का इस्तेमाल मुख्य रूप से नासूर और अल्सर के लिए किया जाता है ।

इसका इस्तेमाल करने से थायराइड ग्रंथि से संबंधित समस्याएं दूर होती हैं तथा योनि में होने वाले रक्तस्राव जिसे गर्भाशय पॉलिप भी कहते हैं, में यह बहुत फायदेमंद सिद्ध होती है । इसके अतिरिक्त शरीर की आंतरिक ग्रंथियों में सूजन को भी इस दवाई के प्रयोग से दूर किया जा सकता है ।

यह एक आयुर्वेदिक टॉनिक है जो मुख्य रूप से नासूर और अल्सर जैसी भयानक बीमारियों में मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है । आइए अब कांचनार गुग्गुल के उपयोग के बारे में बात करते हैं ।

कांचनार गुग्गुल एक ऐसी दवाई है जिसका सेवन करने से वात, पित्त और कफ तीनों दोष दूर होते हैं । इस औषधि की तासीर गर्म होती है । कांचनार गुग्गुल में बहते हुए रक्त को रोकने की क्षमता होती है । इसी कारण यह दवा नासूर तथा अल्सर जैसी बीमारी में कारगर सिद्ध होती है ।

कांचनार गुग्गुल का प्रमुख घटक द्रव्य वरुण होता है । वरुण किडनी की पथरी के दर्द को कम करने में सहायक माना जाता है । साथ ही यह यूरिनल इन्फेक्शन यानी पेशाब में संक्रमण को भी रोकता है । इसलिए कांचनार गुग्गुल को मूत्र विकार में भी प्रयोग किया जाता है ।

गलगंड में लाभकारी कांचनार गुग्गुल Kanchnar Guggulu Benefits in Goiter Treatment in Hindi

जो लोग पहाड़ों में या पहाड़ों की तलहटी में निवास करते हैं उन लोगों में ज्यादातर गलगंड, गले का फूलना की बीमारी सामान्यता देखने को मिलती है । गलगंड रोग का मुख्य कारण शरीर में आयोडीन की कमी को माना जाता है ।

यदि गलगंड की बीमारी में कांचनार गुग्गुल का सेवन कराया जाए तो इस बीमारी में लाभ मिलता है । गलगंड की बीमारी में यदि कांचनार के फूलों को दही में डालकर उसका रायता बनाया जाए तो भी रायते के सेवन से गलगंड में लाभ मिलता है ।

नासूर एवं अल्सर नाशक कांचनार गुग्गुल Kanchnar Guggulu Benefits in Ulcer Treatment in Hindi

कांचनार गुग्गुल नासूर एवं अल्सर रोग की एक सुप्रसिद्ध ओषधि है । इस रोग में कांचनार गुग्गुल को आरोग्यवर्धिनी वटी के साथ लगातार सेवन करवाना चाहिए । इसके साथ-साथ पर केश्वरस और केश्वर कुष्ठ राक्षस रस त्रिलोक के चिंतामणि रस ताम्र भस्म हीरक भस्म शादी वटी अमृत बल्लन तक इत्यादि ओस्टियों को भी उस ग्रुप में अवश्य ही सेवन करना चाहिए ।

थायराइड ग्रंथि के स्राव के नियंत्रण में लाभकारी कांचनार गुग्गुल Kanchnar Guggulu Benefits in thyroid disease Treatment in Hindi

कांचनार गुग्गुल थायराइड ग्रंथिे से हारमोंस के ज्यादा या कम स्राव होने की दोनों ही स्थितियों में लाभकारी सिद्ध होती है । कांचनार गुग्गुल के नियमित सेवन से थायराइड ग्रंथि नियंत्रित हो जाती है ।

यदि थायराइड ग्रंथि से स्राव कम मात्रा में हो रहा हो तो इस दवा का सेवन पिपली अखरोट की छाल नमक गुग्गुल कलपतरु रस न्यू शादी वटी एवं बलान तक लो इत्यादि के साथ कराया जा सकता है । और यदि स्राव की अधिकता हो तो कामदुधा रस, स्वर्ण सूतशेखर रस, चंद्रकला रस, आमला, शतावरी, प्रवाल भस्म, प्रवाल पंचामृत इत्यादि के साथ इसका सेवन कराया जा सकता है । अधिक जानकारी के लिए आप अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें ।

गर्भाशय और स्तनों की गांठ में लाभकारी कांचनार गुग्गुल Kanchnar Guggulu Benefits in Breast Lump Treatment in Hindi

कांचनार गुग्गुल गर्भाशय एवं स्तनों की गांठ में भी लाभकारी सिद्ध होती है । यदि कुशल चिकित्सक की देखरेख में कांचनार गुग्गुल का सेवन कराया जाए तो कुछ ही समय में गर्भाशय एवं स्तनों की गांठ में लाभ मिल जाता है ।

इस रोग में कांचनार गुग्गुल के साथ आरोग्यवर्धिनीाथ आरोग्यवर्धिनी गुग्गुल के साथ आरोग्यवर्धिनीाथ आरोग्यवर्धिनी वटी विरसा दी वटी भल्लन तक लो इत्यादि का सेवन कराया जा सकता है । 

कांचनार गुग्गुल के दुष्प्रभाव और सावधानियां Kanchanar Guggulu Side Effects in Hindi

कांचनार गुग्गुल पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक दवा है जिसका सामान्यतः  कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है ।लेकिन यदि आप लापरवाही से इसको लेते हैं तो इसमें आपको निम्न नुकसान हो सकते हैं । 

1. कांचनार गुग्गुल लेने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह मशवरा अवश्य करें । 

2. कांचनार गुग्गुल का सेवन करने से पित्त में वृद्धि हो सकती है जैसे कि अम्ल पित्त का बढ़ना ।  इस लिय कांचनार गुग्गुल को सदैव भोजन करने के पश्चात ही लेना चाहिए ।  साथ ही कांचनार  गुग्गुल लेने के दौरान दूध का सेवन भी अवश्य करना चाहिए । 

3. यदि अम्लपित्त की शिकायत ज्यादा हो गई हो तो पित्त अम्ल पित्त नाशक चूर्ण जैसे अविपत्तिकर चूर्ण आदि का सेवन किया जा सकता है । 

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