आमलकी रसायन के गुण उपयोग और फायदे Amalki Rasayan ke fayde or nuksaan

आमलकी रसायन क्या है? Amalki Rasayan kya hai?

आमलकी रसायन एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका मुख्य घटक द्रव्य आमला होता है । आमला युक्त होने के कारण ही इस औषधि का नाम आमलकी रसायन रखा गया है । इस औषधि को रसायन इसलिए कहा गया है क्योंकि इस औषधि का सेवन करने से व्यक्ति युवा एवं निरोगी बना रहता है ।

यह औषधि बल बुद्धि एवं वीर्य वर्धक है । मुख्य रूप से यह नेत्र ज्योति बढ़ाने वाली औषधि है तथा नेत्र रोगों में इसका बहुत ही अच्छा फायदा देखा गया है । आमलकी रसायन का वर्णन रस तंत्र सार व सिद्ध योग संग्रह (द्वितीय खंड) नामक ग्रंथों में दिया गया है

आमलकी रसायन पित्त को कम करता है एवं छाती एवं पेट में होने वाली जलन एवं एसिडिटी को भी सही करता है । यह एक ऐसी औषधि है जो हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति अर्थात इम्यूनिटी पावर को बहुत अधिक बढ़ा देती है ।

आंवले में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा होती है इसलिए आमलकी रसायन का सेवन करने से विटामिन सी की पूर्ति होती है एवं विटामिन सी की कमी से होने वाले रोग भी दूर होते हैं । आमलकी रसायन वास्तव में कोई औषधि नहीं है बल्कि यह एक टॉनिक है जो जीवनी शक्ति को बढ़ाता है, सप्त धातु को पुष्ट करता है एवं हमारे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है ।

आंवले के गुण Amla ke gun in hindi

आंवले में निम्नलिखित गुण मौजूद होते हैं । इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं की आमलकी रसायन में कौन-कौन से गुण धर्म मौजूद हो सकते हैं

  • कफ हर एवं खांसी में लाभदायक
  • त्वचा रोगों में लाभदायक
  • विरेचक अर्थात कब्ज नाशक
  • ज्वरनाशक
  • बांझपन दूर करने वाला
  • बल बुद्धि वीर्य वर्धक
  • उम्र के साइड इफेक्ट्स को कम करने वाला
  • नेत्र ज्योति बढ़ाने वाला
  • पित्त नाशक
  • एसिडिटी नाशक

आमलकी रसायन के घटक द्रव्य Amalki Rasayan ingredients in hindi

  • आमला
  • पलाश (ढाक) के वृक्ष का मोटा ताजा एवं लंबा तना
  • गीली मिट्टी
  • जंगली कंडे (इंधन के लिए)
  • घी एवं शहद (पर्याप्त मात्रा में)

आमलकी रसायन को बनाने की विधि How to prepare amalki rasayan

आमलकी रसायन को बनाने की दो विधियां हैं । दोनों में से पहली विधि थोड़ी कठिन है एवं दूसरी विधि थोड़ी आसान है । शास्त्रीय ग्रंथों में पहली विधि के अनुसार बनाए गए आमलकी रसायन को श्रेष्ठ एवं अत्यंत गुणकारी माना गया है, लेकिन इसे बनाना थोड़ा कठिन होता है ।

बाजार में जो आमलकी रसायन मिलते हैं वह ज्यादातर दूसरी विधि के आधार पर ही बनाए जाते हैं, क्योंकि पहली विधि के आधार पर आमलकी रसायन को बनाने में समय एवं धन दोनों ही ज्यादा लगते हैं ।

जबकि यदि आमलकी रसायन को बहुत अधिक मात्रा में व्यापारिक स्तर पर बनाना हो तो दूसरी विधि ही श्रेष्ठ रहती है । लेकिन हम अपने पाठकों को ध्यान में रखते हुए पहली एवं दूसरी दोनों ही विधियों का वर्णन करेंगे ताकि आपको आमलकी रसायन के बारे में पूरी जानकारी मिल सके ।

आमलकी रसायन को बनाने की पहली विधि

सबसे पहले आप पलाश के पेड़ का तना जोकि मोटा लंबा एवं हरा होना चाहिए ले लीजिए । पलाश को ढाक भी कहते हैं । इसके पश्चात इस तने में आप एक गहरा सा गड्ढा कर ले । गड्ढे का मुंह गोल होना चाहिए ताकि इसे पलाश के तने से ही ढक्कन की भांति बंद किया जा सके ।

इसके पश्चात इस गड्ढे में जितने आंवले भरे जा सकते हो उतने आमले भर दीजिए ।।अब इस मुंह को ढाक के पेड़ के तने से ही ढक्कन की भांति बंद कर दें । इसके लिए आप पहले से ही तने से ढक्कन के आकार का एक टुकड़ा काटकर तैयार रखें ।

इसके पश्चात इस ढक्कन को मट्टी से बंद कर दीजिए तथा इस पूरे तने के चारों ओर गीली मिट्टी की लगभग 1 इंच मोटी परत लपेट दें एवं इसे कुछ देर तक सूखने दें । जब मिट्टी अच्छी तरह सूख जाए उसके पश्चात इस तने को जंगली कंडों के बीच में रखकर कंडो में आग लगा दे ।

आप इन कंडो के चारों ओर वायु रोधी दीवार भी बना दें ताकि हवा इस आग को ना लगे और कंडे काफी देर तक सुलगते रहे । दो से तीन घंटों के पश्चात जब आग बुझ जाए तब आप इस तने को इन कंडो से बाहर निकाल ले एवं आंवले को बाहर निकाल ले ।

आमले आंच से निकालने के पश्चात नरम हो जाएंगे । आप इन मामलों की गुठली निकाल कर अलग कर दें तथा शेष आंवले का वजन तोल कर बराबर मात्रा में देसी घी तथा डेढ़ गुना शहद मिलाकर इस मिश्रण को खूब अच्छी तरह मसले ताकि मिश्रण चटनी बं जाए । इसे ही आमलकी रसायन कहते हैं । यह आमलकी रसायन बनाने की पहली विधि है ।

आमलकी रसायन बनाने की दूसरी विधि

इस विधि में सबसे पहले साफ-सुथरे बिना दाग वाले आमला को गरम उबलते हुए पानी में डालते हैं तथा 5 से 10 मिनट तक अच्छी तरह गर्म करते हैं । 5 से 10 मिनट के पश्चात पात्र को अग्नि से उतारकर ठंडा होने के लिए रख देते हैं जिससे आमले नरम हो जाते हैं ।

इन आमलों की गुठली निकाल देते हैं तथा इन्हें धूप में अच्छी तरह सुखा लेते हैं । इसके पश्चात हरे ताजे आंवले का रस निकालते हैं तथा इस रस में इन सूखे हुए आंवले को अच्छी तरह घोटा जाता है । यह घुटाई 21 दिन तक की जाती है, लेकिन व्यापारिक स्तर पर बनाने हेतु यह घुटाई कम समय तक की जाती है ।

पूरा लाभ पाने के लिए यह घुटाई 21 दिनों तक की जानी आवश्यक है । इसके पश्चात इस मिश्रण को किसी पात्र में भरकर रख लेते हैं, यही आमलकी रसायन है । दूसरी विधि से आमलकी रसायन बनाते समय आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आप शुरू से लेकर अंत तक लोहे का पात्र या लोहे की कड़छी इत्यादि का सेवन ना करें, अन्यथा आमला काला पड़ जाएगा ।

आमलकी रसायन के फायदे Amalki Rasayan ke fayde in hindi

आमलकी रसायन वास्तव में एक रसायन ही है, क्योंकि यह बल, बुद्धि, वीर्य वर्धक है एवं जीवनी शक्ति को बढ़ाने वाला एक टोनिक है । यदि हम आमलकी रसायन को आयुर्वेद का वरदान कहें तो इसमें कुछ भी गलत नहीं होगा ।

अम्ल पित्त नाशक आमलकी रसायन

आमलकी रसायन पित्त का शमन करता है तथा पेट में बनने वाले अम्ल पित्त के कारण होने वाली समस्याओं जैसे पेट एवं छाती में जलन होना, खट्टी डकार आना, अल्सर इत्यादि में फायदा करता है । अम्लपित्त वाले रोगियों को आमलकी चूर्ण को सहायक औषधि के रूप में देने से लाभ मिलता है ।

आंखों के लिए लाभदायक आमलकी रसायन

आमलकी रसायन का सबसे प्रमुख प्रयोग आंखों की रोशनी बढ़ाने, मोतियाबिंद एवं आंखों के अन्य रोगों में किया जाता है । जिन लोगों को थोड़ा बहुत पढ़ने लिखने के पश्चात आंखों में या सिर में दर्द होने लगता है एवं आंखों में थकान हो जाती हो, जिनकी दृष्टि धुंधली हो गई हो, आंखों में जलन रहती हो या आंखों में मोतियाबिंद आ गया हो, या किसी भी प्रकार का कोई अन्य नेत्र रोग हो गया हो, तो इन सभी परिस्थितियों में आमलकी रसायन का सेवन करने से लाभ मिलता है ।

शारीरिक शक्ति बढ़ाने एवं कायाकल्प करने में लाभदायक आमलकी रसायन

यदि सही प्रकार से बना हुआ आमलकी रसायन गाय के घी एवं शहद के साथ दिन में तीन बार 40 से 45 दिन तक लगातार सेवन किया जाए एवं खानपान का सही तरीके से परहेज किया जाए तो आमलकी रसायन व्यक्ति की कायाकल्प तक कर देता है ।

यह शारीरिक कमजोरी, थकान को दूर करता है, बल बुद्धि एवं वीर्य की वृद्धि करता है एवं शरीर के समस्त अंगों को शक्ति प्रदान करता है । यह पुरुषों के वीर्य को गाढ़ा करता है एवं पुरुष शक्ति को बढ़ाकर पुरुष को बहुत अधिक बलवान बना देता है ।

पाचन तंत्र के लिए लाभदायक आमलकी रसायन

जैसा कि हमने आपको बताया आमलकी रसायन पित्त का शमन करता है एवं पित्त के कारण पैदा होने वाली एसिडिटी को दूर करता है । यह जठरशोथ दूर करती है । इसका सेवन करने से लीवर मजबूत होता है एवं यह आंतों में आई हुई सूजन दूर होती है ।

आमलकी रसायन के अन्य लाभ

उपरोक्त के अतिरिक्त आमलकी रसायन निम्न रोगों एवं समस्याओं में फायदा पहुंचाता है ।

  • आमलकी रसायन का सेवन करने से बालों का असमय सफेद होना एवं झड़ना जैसी समस्या दूर होती है ।
  • यह खून में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करता है एवं हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है ।
  • इसका सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक बढ़ जाती है ।
  • इसमें प्राकृतिक विटामिन सी मौजूद होता है जिससे यह शरीर में विटामिन सी की कमी को दूर करता है एवं विटामिन सी के कारण आए हुए लक्षणों को सही करता है ।
  • यह रोग प्रतिरोधक शक्ति इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाला टॉनिक है ।
  • यह शरीर में अतिरिक्त आयरन के अवशोषण में सहायक होता है ।
  • यह हमारे शरीर को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाता है एवं शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता है ।
  • इसमें एंटी एजिंग गुण मौजूद होते हैं जिस कारण यह है बढ़ती उम्र के लोगों को अधिक फायदा पहुंचाता है ।
  • यह कब्ज में भी आंशिक रूप से फायदा पहुंचाता है ।
  • जिन लोगों को बार-बार सर्दी खांसी जुखाम आदि की समस्या हो उन्हें आमलकी रसायन का सेवन करने से लाभ मिलता है ।
  • यह तासीर में ठंडा होता है, इसलिए इसका सेवन करने से शारीरिक जलन एवं पेप्टिक अल्सर में लाभ मिलता है ।

आमलकी रसायन की सेवन विधि एवं मात्रा Dosage & Directions

आमलकी रसायन को 5 ग्राम से 10 ग्राम दिन में दो बार सुबह एवं शाम लिया जाता है । शुरुआत में आमलकी रसायन की कम मात्रा ली जाती है एवं बाद में धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाई जा सकती है । आमलकी रसायन को गर्म दूध के साथ लेना चाहिए ।

विशेष नोट: आमलकी रसायन को लेने से पहले यदि आप पंचकर्म विधि के द्वारा शरीर शोधन कर लें, तो इसका बहुत अधिक लाभ आपको मिलेगा । क्योंकि आयुर्वेदिक शास्त्रों के अनुसार आमलकी रसायन को सेवन करने की सही विधि यही है कि पहले पंचकर्म के द्वारा शरीर शोधन कर लिया जाए । आमलकी रसायन जब तक आप सेवन करें तब तक अन्न एवं जल का परित्याग कर दें । इस दौरान आप केवल गाय के दूध का ही सेवन करें, क्योंकि अन्न एवं जल का सेवन करने से आमलकी रसायन का दिव्या प्रभाव आपको नहीं मिल पाएगा ।

सावधानियां एवं दुष्प्रभाव Precautions & Side Effects

आमलकी रसायन करना बिल्कुल सुरक्षित है, केवल इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि आप इसकी निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा का सेवन ना करें अन्यथा आपको दस्त एवं पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है ।

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